बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-1 प्राचीन भारतीय इतिहास बीए सेमेस्टर-1 प्राचीन भारतीय इतिहाससरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 प्राचीन भारतीय इतिहास
अध्याय - 13
नील घाटी की सभ्यता
(Nile Valley Civilization)
प्रश्न- प्राचीन मिस्र की सभ्यता के विषय में आप क्या जानते हैं? मिस्र का इतिहास जानने के प्रमुख साधन बताइये।
अथवा
मिस्र की सभ्यता के विषय में बताते हुये इसके इतिहास जानने के साक्ष्यों का उल्लेख कीजिए।
अथवा
प्राचीन मिस्र की सभ्यता का ज्ञान किन स्रोतों से होता है? विस्तृत वर्णन कीजिए।
सम्बन्धित लघु प्रश्न
1. मिस्र की सभ्यता के विषय में बताइये |
2. "मिस्र की सभ्यता विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में एक है।' सिद्ध कीजिए।
3. मिस्र का इतिहास जानने के कौन-कौन से साधन हैं? समझाइए।
उत्तर -
मिस्र की सभ्यता
मिस्र की सभ्यता विश्व की अति प्राचीन और उन्नत सभ्यता थी। इस सभ्यता का विकास उत्तरी अफ्रीका की नील नदी घाटी में हुआ था, इसलिए मिस्र को 'नील नदी की देन' कहा जाता है। प्राचीन मिस्र के लोग इस नदी को असीम श्रद्धा के साथ देखते थे और इसकी देवता के समान पूजा करते थे।
नील नदी के कारण मिस्र के अधिकांश प्रदेशों की भूमि उर्वर बन गई थी। इसमें से सिंचाई हेतु पानी निकालने के लिये शडूफ (ढेंकुआ) का इस्तेमाल किया जाता था। मिस्र के आप्तवचन में भी कहा गया है कि "मिस्र वह भूमि है, जिसे नील नदी सींचती है तथा इसका पानी पीने वाले लोग मिस्री कहलाते हैं।' प्राचीन सभ्यताओं में मिस्र की सभ्यता का अपना एक विशिष्ट महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस सभ्यता के उदय के साथ ही, मनुष्य ने अपने घुमक्कड़ जीवन का परित्याग कर नील नदी के किनारे अपने स्थाई निवास बनाये। उन्होंने आजीविका हेतु कृषि कर्म आरम्भ किये, साथ ही मांस, दूध, खाल, ऊन और आवागमन व बोझा ढोने के लिये पशुओं को उपयोगी एवं अपना सहयोगी समझा। अतः पशुओं को पालने की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। इस प्रकार मिस्री समाज प्रौद्योगिकी विकास की ओर क्रमशः उन्मुख होने लगा तथा ताम्र- उपकरणों, पानी निकालने के लिये ढेंकों, पिरामिड- वास्तु आदि का विकास प्रारम्भ हो गया।
मिस्रवासियों के सभ्य जीवन तथा उनकी सम्पन्नता का प्रमुख साधन नील नदी रही है। नील नदी के कारण ही मिस्र जैसा रेगिस्तानी प्रदेश हमेशा हरा-भरा दिखाई देता है। जे. एच. ब्रेस्टेड ने इस सम्बन्ध में लिखा है, "नील नदी हमारे लिए एक विशाल ऐतिहासिक ग्रन्थ है, जिससे हमें बर्बर असभ्यता से लेकर सभ्यता तक क्रमानुसार रूप से मानव के प्रथम उत्थान का ज्ञान होता है।'
विल ड्यूरेन्ट के अनुसार, "अपनी सुदृढ़ता और एकता की दृष्टि से अद्भुत निर्माण शिल्प और कलागत सफलता की दृष्टि से मिस्र की सभ्यता सम्भवतः इस पृथ्वी पर स्थापित होने वाली सभ्यताओं में महानतम थी। यदि हम उसकी बराबरी कर सकें, तो यह बहुत बड़ी बात होगी।'
सेबाइन के अनुसार, "प्राकृतिक परिस्थितियों के पालने में, नील नदी की घाटी में मिस्र सभ्यता का पालन-पोषण हुआ '
प्रो. स्वेन के अनुसार, "प्राकृतिक परिस्थितियों ने ही नील नदी की घाटी को सभ्यताओं काँ पोषक होने में सहयोग प्रदान किया।"
जे. एच. ब्रेस्टेड के अनुसार, "यदि सौन्दर्यमयी नील अपनी विस्तृत उर्वर छाती में मिस्र को नहीं छिपाती, तो यह देश विशाल मरुभूमि बन गया होता।'
पं. जवाहरलाल नेहरू ने लिखा है, "नील की सभ्यता मानव विकास के हार का एक महकता हुआ फूल है।'
इस प्रकार मिस्र की सभ्यता को विश्व सभ्यता के इतिहास में अत्यन्त गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त है। प्राचीन विश्व में सभ्यता के प्रथम आविष्कर्ता मिस्रवासी ही माने जाते हैं। पेरी ने इस सम्बन्ध में कहा है कि "पृथ्वी पर मिस्र में ही सर्वप्रथम सभ्यता का विकास हुआ और वहाँ से दुनिया के अन्य लोगों ने सभ्यता सीखी थी। परन्तु अधिकांश इतिहासकार पेरी के इस मत से सहमत नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि पश्चिमी देशों में मिस्र की सभ्यता सबसे प्राचीन है। जिस समय पूर्व में चीन तथा भारत की सभ्यताएँ चिकसित हो रही थीं, उसी समय मिस्र तथा मेसोपोटामिया की सभ्यता का भी विकास हो रहा था। फिर भी यह तो निर्विवाद है कि मिस्र की सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यता है।
मिस्र का इतिहास जानने के साधन
प्राचीन मिस्र का इतिहास जानने के प्रमुख साधन निम्नलिखित हैं-
1. हावर्ड कार्टर
हावर्ड कार्टर एक अंग्रेज पुरातत्ववेत्ता था। उसने 1922 ई. में 18 वर्षीय पिरामिड के एक गुप्त द्वार की खोज की। इससे प्राचीन मिस्र की सभ्यता एवं संस्कृति के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई।
2. शाम्पोल्यो
शाम्पोल्यो एक फ्रांसीसी विद्वान था। उसने 20 वर्ष के अथक परिश्रम के बाद रोसेटा पत्थर पर अंकित शिलालेख को पढ़ने में सफलता प्राप्त की। इस पत्थर पर तीन लेख खुदे हुए थे, जो यूनानी भाषा मिस्र की साधारण भाषा एवं चित्रलिपि में थे। उसके अतिरिक्त थामस यंग तथा स्वीडन के अकेट ब्लाद ने भी मिस्री भाषा को पढ़ने में सफलता प्राप्त की। इन विद्वानों के माध्यम से मिस्र की सभ्यता के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हमारे समक्ष उपस्थित हुए।
3. मनेथो
मनेथो मिस्र के यूनानी सम्राट टोलसी के दरबार में शाही इतिहासकार था। उसने मिस्र के सभी महत्वपूर्ण राजाओं की वंशावली तैयार की थी। दुर्भाग्यवश उसकी आधी सूची नष्ट हो गई, किन्तु फिर भी जो उपलब्ध है उसके आधार पर मिस्र के इतिहास को जानने में महत्वपूर्ण सहायता मिली है।
4. हेरोडोटस एवं डायोडोरस
होरोडोटस यूनानी तथा डायोडोरस रोमन इतिहासकार थे। इन दोनों इतिहासकारों ने मनेथो को आधार मानकर मिस्र के इतिहास के विषय में लिखा है। इनके विवरण में सत्य तथ्यों की कमी के साथ-साथ कल्पना का मिश्रण अधिक मिलता है। अतः उन पर पूर्ण विश्वास नहीं किया जा सकता है। फिर भी इन इतिहासकारों के विवरण मिस्र के इतिहास को जानने के लिये बहुत उपयोगी हैं।
5. विशाल मन्दिर एवं पिरामिड
मिस्र के लक्सर नगर के विशाल मन्दिर तथा मूर्तियों से भी मिस्री सभ्यता का अच्छा ज्ञान होता है। इसी के साथ काहिरा (प्राचीन मेम्फिस) के पास गीजा के पिरामिड मिस्र का इतिहास जानने के महत्वपूर्ण साधन हैं।
इस प्रकार तत्कालीन मिस्री लेखों, साहित्यिक कृतियों, स्मारकों, पिरामिडों, भवनों तथा विविध कलात्मक उपकरणों से हमें मिस्र के इतिहास का ज्ञान होता है। इसके साथ ही मिस्री इतिहास लेखन में इजिप्ट एक्स्प्लोरेशन फण्ड तथा इजिप्शियन रिसर्च एकाउण्ट संस्थाओं तथा नेविए वीडभान, पेंत्री, मास्पेरो, बज, ब्रेस्टेड तथा फ्रैंकफर्ट आदि इतिहासकारों का भी विशेष योगदान रहा है।
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- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास को समझने हेतु उपयोगी स्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास को जानने में विदेशी यात्रियों / लेखकों के विवरण की क्या भूमिका है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पुरातत्व के विषय में बताइए। पुरातत्व के अन्य उप-विषयों व उसके उद्देश्य व सिद्धान्तों से अवगत कराइये।
- प्रश्न- पुरातत्व विज्ञान की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- भास की कृति "स्वप्नवासवदत्ता" पर एक लेख लिखिए।
- प्रश्न- 'फाह्यान पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- दारा प्रथम तथा उसके तीन महत्वपूर्ण अभिलेख के विषय में बताइए।
- प्रश्न- आपके विषय का पूरा नाम क्या है? आपके इस प्रश्नपत्र का क्या नाम है?
- प्रश्न- पुरातत्व विज्ञान के अध्ययन की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिलालेख, पुरातन के अध्ययन में किस प्रकार सहायक होते हैं?
- प्रश्न- न्यूमिजमाटिक्स की उपयोगिता को बताइए।
- प्रश्न- पुरातत्व स्मारक के महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डालिए
- प्रश्न- सिन्धु घाटी सभ्यता के विषय में आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सिन्धु घाटी सभ्यता के सामाजिक व्यवस्था व आर्थिक जीवन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु नदी घाटी के समाज के धार्मिक व्यवस्था की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सिन्धु घाटी सभ्यता की राजनीतिक व्यवस्था एवं कला का विस्तार पूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता के नामकरण और उसके भौगोलिक विस्तार की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता की नगर योजना का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हड़प्पा सभ्यता के नगरों के नगर- विन्यास पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- हड़प्पा संस्कृति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु घाटी के लोगों की शारीरिक विशेषताओं का संक्षिप्त मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- पाषाण प्रौद्योगिकी पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता के सामाजिक संगठन पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- सिंधु सभ्यता के कला और धर्म पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- सिंधु सभ्यता के व्यापार का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सिंधु सभ्यता की लिपि पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता में शिवोपासना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सैन्धव धर्म में स्वस्तिक पूजा के विषय में बताइये।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक अथवा पूर्व वैदिक काल की सभ्यता और संस्कृति के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- विवाह संस्कार से सम्पादित कृतियों का वर्णन कीजिए तथा महत्व की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक काल के प्रमुख देवताओं का परिचय दीजिए।
- प्रश्न- ऋग्वेद में सोम देवता का महत्व बताइये।
- प्रश्न- वैदिक संस्कृति में इन्द्र के बारे में बताइये।
- प्रश्न- वेदों में संध्या एवं ऊषा के विषय में बताइये।
- प्रश्न- प्राचीन भारत में जल की पूजा के विषय में बताइये।
- प्रश्न- वरुण देवता का महत्व बताइए।
- प्रश्न- वैदिक काल में यज्ञ का महत्व बताइए।
- प्रश्न- पंच महायज्ञ' पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक देवता द्यौस और वरुण पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक यज्ञों की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक देवता इन्द्र के विषय में लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक यज्ञों के सम्पादन में अग्नि के महत्त्व को व्याख्यायित कीजिए।
- प्रश्न- उत्तरवैदिक कालीन धार्मिक विश्वासों एवं कृत्यों के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- वैदिक काल में प्रकृति पूजा पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक संस्कृति की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- अश्वमेध पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- आर्यों के आदिस्थान से सम्बन्धित विभिन्न मतों की आलोचनात्मक विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक काल में आर्यों के भौगोलिक ज्ञान का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- आर्य कौन थे? उनके मूल निवास स्थान सम्बन्धी मतों की समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक साहित्य से आपका क्या अभिप्राय है? इसके प्रमुख अंगों की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आर्य परम्पराओं एवं आर्यों के स्थानान्तरण को समझाइये।
- प्रश्न- वैदिक कालीन धार्मिक व्यवस्था पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ऋत की अवधारणा का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक देवताओं पर एक विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक धर्म और देवताओं के विषय में लिखिए।
- प्रश्न- 'वेदांग' से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन समाज पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- उत्तर वैदिककालीन समाज में हुए परिवर्तनों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- उत्तर वैदिक काल में शासन प्रबन्ध का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उत्तर वैदिक काल के शासन प्रबन्ध की रूपरेखा पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन आर्थिक जीवन का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन व्यापार वाणिज्य पर एक निबंध लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन लोगों के कृषि जीवन का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन कृषि व्यवस्था पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक काल के पशुपालन पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक आर्यों के संगठित क्रियाकलापों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- आर्य की अवधारणा बताइए।
- प्रश्न- आर्य कौन थे? वे कब और कहाँ से भारत आए?
- प्रश्न- भारतीय संस्कृति में वेदों का महत्त्व बताइए।
- प्रश्न- यजुर्वेद पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- ऋग्वेद पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- वैदिक साहित्य में अरण्यकों के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आर्य एवं डेन्यूब नदी पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- क्या आर्य ध्रुवों के निवासी थे?
- प्रश्न- "आर्यों का मूल निवास स्थान मध्य एशिया था।" विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- संहिता ग्रन्थ से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- ऋग्वैदिक आर्यों के धार्मिक विश्वासों के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- पणि से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- वैदिक कालीन कृषि पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक कालीन उद्योग-धन्धों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिक काल में सिंचाई के साधनों एवं उपायों पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- क्या वैदिक काल में समुद्री व्यापार होता था?
- प्रश्न- उत्तर वैदिक कालीन कृषि व्यवस्था पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- उत्तर वैदिक काल में प्रचलित उद्योग-धन्धों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए?
- प्रश्न- शतमान पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक कालीन व्यापार वाणिज्य की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- भारत में लोहे की प्राचीनता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ऋग्वैदिक आर्थिक जीवन पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैदिककाल में लोहे के उपयोग की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- नौकायन पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सिन्धु घाटी की सभ्यता के विशिष्ट तत्वों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु घाटी के लोग कौन थे? उनकी सभ्यता का संस्थापन एवं विनाश कैसे.हुआ?
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता की आर्थिक एवं धार्मिक दशा का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक काल की आर्यों की सभ्यता के बारे में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- वैदिक व सैंधव सभ्यता की समानताओं और असमानताओं का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन सभा और समिति के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता के कालक्रम का निर्धारण कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता के विस्तार की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता का बाह्य जगत के साथ संपर्कों की समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- हड़प्पा से प्राप्त पुरातत्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हड़प्पा कालीन सभ्यता में मूर्तिकला के विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संस्कृति एवं सभ्यता में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राग्हड़प्पा और हड़प्पा काल का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन काल के सामाजिक संगठन को किस प्रकार निर्धारित किया गया व क्यों?
- प्रश्न- जाति प्रथा की उत्पत्ति एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- वर्णाश्रम धर्म से आप क्या समझते हैं? इसकी मुख्य विशेषताएं बताइये।
- प्रश्न- संस्कार शब्द से आप क्या समझते हैं? उसका अर्थ एवं परिभाषा लिखते हुए संस्कारों का विस्तार तथा उनकी संख्या लिखिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय समाज में संस्कारों के प्रयोजन पर अपने विचार संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत में विवाह के प्रकारों को बताइये।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय समाज में नारी की स्थिति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- वैष्णव धर्म के उद्गम के विषय में आप क्या जानते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- महाकाव्यकालीन स्त्रियों की दशा पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुरातत्व अध्ययन के स्रोतों को बताइए।
- प्रश्न- पुरातत्व साक्ष्य के विभिन्न स्रोतों पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुरातत्वविद् की विशेषताओं से अवगत कराइये।
- प्रश्न- पुरातत्व के विषय में बताइए। पुरातत्व के अन्य उप-विषयों व उसके उद्देश्य व सिद्धान्तों से अवगत कराइये।
- प्रश्न- पुरातत्व विज्ञान की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पुरातात्विक स्रोतों से प्राप्त जानकारी के लाभों से अवगत कराइये।
- प्रश्न- पुरातत्व को जानने व खोजने में प्राचीन पुस्तकों के योगदान को बताइए।
- प्रश्न- विदेशी (लेखक) यात्रियों के द्वारा प्राप्त पुरातत्व के स्रोतों का विवरण दीजिए।
- प्रश्न- पुरातत्व स्रोत में स्मारकों की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पुरातत्व विज्ञान के अध्ययन की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिलालेख, पुरातन के अध्ययन में किस प्रकार सहायक होते हैं?
- प्रश्न- न्यूमिजमाटिक्स की उपयोगिता को बताइए।
- प्रश्न- पुरातत्व स्मारक के महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- "सभ्यता का पालना" व "सभ्यता का उदय" से क्या तात्पर्य है?
- प्रश्न- विश्व में नदी घाटी सभ्यता के विकास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- चीनी सभ्यता के विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- जियाहू एवं उबैद काल पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अकाडिनी साम्राज्य व नॉर्ट चिको सभ्यता के विषय में बताइए।
- प्रश्न- मिस्र और नील नदी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नदी घाटी सभ्यता के विकास को संक्षिप्त रूप से बताइए।
- प्रश्न- सभ्यता का प्रसार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सिन्धु सभ्यता के विस्तार के विषय में बताइए।
- प्रश्न- मेसोपोटामिया की सभ्यता पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सुमेरिया की सभ्यता कहाँ विकसित हुई? इस सभ्यता की सामाजिक संरचना पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सुमेरियन सभ्यता के भारतवर्ष से सम्पर्क की चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- सुमेरियन समाज के आर्थिक जीवन के विषय में बताइये। यहाँ की कृषि, उद्योग-धन्धे, व्यापार एवं वाणिज्य की प्रगति का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सुमेरियन सभ्यता में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सुमेरियन सभ्यता की लिपि का विकासात्मक परिचय दीजिए।
- प्रश्न- सुमेरियन सभ्यता की प्रमुख देनों का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन सुमेरिया में राज्य की अर्थव्यवस्था पर किसका अधिकार था?
- प्रश्न- बेबीलोनिया की सभ्यता के विषय में आप क्या जानते हैं? इस सभ्यता की सामाजिक.विशिष्टताओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- बेबीलोनिया के लोगों की आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- बेबिलोनियन विधि संहिता की मुख्य धाराओं पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बेबीलोनिया की स्थापत्य कला पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बेबिलोनियन सभ्यता की प्रमुख देनों का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- असीरियन कौन थे? असीरिया की सामाजिक व्यवस्था का उल्लेख करते हुए बताइये कि यह समाज कितने वर्गों में विभक्त था?
- प्रश्न- असीरिया की धार्मिक मान्यताओं को स्पष्ट कीजिए। असीरिया के लोगों ने कला एवं स्थापत्य के क्षेत्र में किस प्रकार प्रगति की? मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- प्रथम असीरियाई साम्राज्य की स्थापना कब और कैसे हुई?
- प्रश्न- "असीरिया की कला में धार्मिक कथावस्तु का अभाव है।' स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- असीरियन सभ्यता के महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्राचीन मिस्र की सभ्यता के विषय में आप क्या जानते हैं? मिस्र का इतिहास जानने के प्रमुख साधन बताइये।
- प्रश्न- प्राचीन मिस्र का समाज कितने वर्गों में विभक्त था? यहाँ की सामाजिक विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मिस्र के निवासियों का आर्थिक जीवन किस प्रकार का था? विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मिस्रवासियों के धार्मिक जीवन का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- मिस्र का समाज कितने भागों में विभक्त था? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मिस्र की सभ्यता के पतन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- चीन की सभ्यता के विषय में आप क्या जानते हैं? इस सभ्यता के इतिहास के प्रमुख साधनों का उल्लेख करते हुए प्रमुख राजवंशों का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन चीन की सामाजिक व्यवस्था का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- चीनी सभ्यता के भौगोलिक विस्तार का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चीन के फाचिया सम्प्रदाय के विषय में बताइये।
- प्रश्न- चिन राजवंश की सांस्कृतिक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।